सतयुग के श्रवण कुमार के बारे में तो सभी ने सुना है लेकिन 21 वीं सदी के कलयुग में भी ‘श्रवण कुमार’ जैसे पुत्र होंगे। ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है लेकिन उदयपुर में एक ऐसे ही ‘श्रवण कुमार’ की कहानी सामने आई जो मातृ सेवा कर रहा है।


दरअसल साकरोदा गांव की धापू बाई के कुछ वर्षोंं पहले हुए हादसे में दोनों हाथ कट गए थे। मां की लाचारी है कि वो अपने 5 बच्चों का पेट लोगों से भीख मांग कर भरने को मजबूर है।


मां के साथ हमेशा उसका बड़ा बेटा मदन साथ रहता है, जो श्रवण कुमार से कम नहीं है। मां को अपने हाथों से खाना खिलाते बेटे के इस मार्मिक दृश्य को आयड़ पुलिया से कैमरे में कैद किया